
भक्तिमय माहौल में चारदिवसीय छठ पूजा का समापन हो गया। आज सुबह जैसे हीं भगवान भास्कर दिखें छठव्रतियों ने अर्घ्य देकर पूजा का समापन किया। छठ व्रत सुबह ही अपने अपने घर पर पंहुच कर स्नान कर भगवान भास्कर के उदय होने का इंतजार करने लगे । जैसे हीं भगवान भास्कर दिखें छठ व्रत पूजा सामग्री लेकर पानी में खड़े होकर भगवान सूर्य को अर्घ्य दिए। तत्पश्चात प्रसाद ग्रहण कर पूजा का समापन किए। इस पर्व की पुरुष और महिला दोनों मिलकर करते है। पूजा समापन के बाद घर घर प्रसाद वितरण करते देखा गया। ज्ञात हों की यह पर साल में दो बार मनाया जाता है। चैत मास के चतुर्थी से शुरू होकर सप्तमी तक चलता है और दूसरा कार्तिक मास के चतुर्थी से लेकर सप्तमी के सुबह समापन होता है। इस दौरान व्रती निर्जला रहती हैं।